Honnaavar कर्णाटक के समुद्री तट पर स्थित हानोवर जाकर मैन्ग्रोव फारेस्ट देख सकते हैं
Honnaavar

Honnaavar कर्णाटक के समुद्री तट पर स्थित हानोवर जाकर मैन्ग्रोव फारेस्ट देख सकते हैं

Honnavar होनावार को यूँ ही भारत का बाली  नहीं कहा जाता है

समुद्र में के खारे पानी में न्यू तो बहुत ज्यादा वक्त पनपते नहीं है लेकिन जहाँ  दलदली भूमि होती है वहां पर मैंग्रोव के जंगल खड़े हो जाते हैं .मैंग्रोव के जंगल देखने के लिए या तो हमें  बंगाल के सुंदरवन   के डेल्टा  जाना होता है या फिर कर्नाटक के समुद्री तट पर स्थित हानोवर जाकर इन्हें देख सकते हैं.

Honnavar कोकण  रेल रूट पर स्थित एक छोटा सा रेलवे स्टेशन है .

यहां से आप टैक्सी के द्वारा मैंग्रोव के जंगल के बैक वाटर  में जर्नी  पर जा सकते हैं .हानोवर  जंगलों के तट पर अलग-अलग जगह पर वोट खड़ी दिखाई देती है और यहां पर भारत भर से पर्यटक मैन्ग्रोव के जंगलों का अवलोकन करने के लिए आते हैं. Honnavar में कई किलोमीटर में फैली है बैकवॉटर जर्नी आपको एक अद्वितीय  संसार में ले जाती है जहां समुद्र के बीच खड़े हुए वृक्षों और पक्षियों को देखकर आपका मन में प्रफ्फुल्लित  हो जाता है. धीमे-धीमे बहती हुई हवा , हवा की विपरीत दिशा में जा रही बोट और समुद्र के पानी में बिना किसी सहारे के खड़े बड़े-बड़े वृक्ष  आपको एक नया अनुभव प्रदान करते हैं.

Honnavar में मैंग्रोव के पेड़ों को और निकट से देखने के लिए यहां के वन विभाग द्वारा मन्ग्रोव फॉरेस्ट की सैर  करवाई जाती है .यह  सैर एक पैदल पुल की  है जो  लगभग 1 किलोमीटर जंगल के बीच से गुजरने का आनंद प्रदान करती है .जहां आप जाकर इन वृक्षों को छू सकते हैं इनके पत्तों को सहला सकते हैं.

मैंग्रोव वनों के कई लाभ हैं, ये वन तटरेखाओं को तूफ़ानों, लहरों, और सुनामी से बचाते हैं. इनकी मोटी जड़ें तेज़ हवाओं का सामना करती हैं और तलछट को इकट्ठा करके ज़्यादा ज़मीन बनाती हैं. जलवायु परिवर्तन से लड़ाई में मैंग्रोव वन साथर्क भूमिका का निर्वहन करते हैं  ये वायुमंडल से कार्बन डाइऑक्साइड को सोखकर और उसे अपनी जड़ों में रोककर, जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद करते हैं.

मैंग्रोव वन, पक्षियों, मछलियों, अकशेरुकी, स्तनधारियों, और पौधों जैसे कई तरह के जानवरों के लिए आवास मुहैया कराते हैं.मैंग्रोव वनों से कई तरह के आर्थिक फ़ायदे होते है इनमे आस-पास रहने वाले कई लोग मछली पकड़कर अपनी आजीविका चलाते हैं. मैंग्रोव वनों से जुड़े पर्यटन से भी आर्थिक फ़ायदा होता हैं.

मैंग्रोव वन, प्रकृति-आधारित अर्थव्यवस्थाओं को बढ़ावा देते हैं.

Honnavar कैसे जाएँ

निकटम हवाई अड्डा  डाबोलिम गोवा और मंगलोर में है , Honnavar में रेलवे स्टेशन है जो कोंकण रूट पर है ,रहने के लिए होटल रिसोर्ट उपलब्ध है . सभी तरह का खाना मिलता है .

 

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http://Gokarn  जैसे  टूरिस्ट स्पॉट जहां आपको शांति और सुकून देते हैं वही कुछ नया एडवेंचर भी मिलता है

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