Pench अभ्यारण का अधिक आकर्षण है mogali की गाथा इन्हीं जंगलो से निकली है .
How to reach पेंच टाइगर रिजर्व एम पी के सिवनी जिले में है . पास का रेलवे स्टेशन नागपुर, छिंदवाडा है . एयर पोर्ट नागपुर में है . दिल्ली , लखनऊ ,नागपुर हाईवे पर है .
When to go अक्टूबर से जून के बीच कभी भी
Where to stay एम पी टूरिज्म का रुखड जंगल रिसोर्ट के आलावा टाइगर रिज़र्व के आसपास कई रिसोर्ट है .
What to eat जिस होटल या रिसोर्ट में रुके वन्ही पर व्यवस्था करे , हाई वे पर कई अच्छे ढाबे मिल जायेंगे .
why to go वाइल्ड लाइफ को एक्स्प्लोर करने व जल जंगल से लगाव हो तो जरुर जाये .
Pench अभ्यारण का अधिक आकर्षण था एक संस्मरण
Mogali की गाथा इन्हीं जंगलो से निकली है .बघीरा और मोगली की कथा अपनी जगह है लेकिन जंगल की गाथाएं यँहा आज भी कम नहीं है । यहां आस-पास के लोगों से चर्चा करें तो पाएंगे कि आज इस गांव में Tiger देखा गया । उसने गाय को उठा लिया या किसी पालतू जानवर को मार दिया । किसी आदिवासी की जंगली जानवर की लड़ाई के किस्से आये दिन अखबारों की सुर्खिया बनते है ।घटनाएँ यदा-कदा होती है लेकिन किस्से कहानियों के रूप में लोगों के बीच में सदैव जिंदा रहती हैं । लोगों का जीवन वन और वन्यप्राणियो से इतना ज्यादा घुला मिला है कि वे इसको अपने से अलग नही कर पाते हैं । वन भी इनको अलग नही होने देता है। इनकी आजीविका इसी से चलती है । भोले-भाले आदिवासी समुदाय से संबंध रखने वाले लोग बहुत थोड़े में अपना घर चलाते हैं ।
Pench में जिप्सी जैसे-जैसे आगे बढ़ती जा रही थी वन विभाग के आदिवासी गाइड नेशनल पार्क के बारे में जानकारी देते जा रहे थे । उनका कहना था Pench में हजारों पर्यटक आते हैं लेकिन कुछ भाग्यशाली लोगों को ही Tiger के दर्शन होते हैं ।हम लोगों को होंगे या नहीं होंगे यह पूछने पर वह मुस्कुरा भर दिया। march end की सुबह-सुबह ठंड थी । जैसे-जैसे जिप्सी जंगल के भीतर के रास्तों में जाने लगी हिरणों के झुंड के झुंड दिखाई दिए । कभी बारहसिंघा चुपचाप बैठकर जुगाली करते नजर आता था तो कहीं भैंसों का झुंड दिखाई पड़ जाता था । घने जंगलों में लंगूर अन्य जानवर व पक्षी तो गिनती ही नहीं थी । एक जगह विशाल वृक्ष जिसकी जड़ें जवाब दे चुकी थी सूखा खड़ा हुआ था।यह पूछने पर कि इसको गिरा क्यों नहीं देते गाइड का कहना था कि जंगल के नियम के अनुसार इस को यथासंभव इच्छामृत्यु के लिए छोड़ दिया जाता है।अपने आप गिरता है और गिर कर डीकंपोज होता है तभी हटता है । इस प्रक्रिया में अनेकों जीव जंतु इसमे आश्रय पाते है.
एक स्थान पर गाइड ने ड्राइवर को इशारा कहा कि रुको । अचानक से जंगली कुत्तो जिन्हें डोल कहा जाता है का एक समूह प्रकट हुआ । खूंखार दिखने वाले कुत्तों को देखकर अजीब सी दहशत हुई । डिस्कवरी पर चलने वाली फिल्म याद आ गई ।गाइड ने बताया कि ये इतने खतरनाक होते हैं कि टाइगर भी इनके झुंड के पास जाने में डरता है ।
Pench में वन विभाग द्वारा पर्यटकों के लिए तीन चार रूट निर्धारित किये गए है । सुबह 6:00 बजे निकलने वाले पर्यटकों का अलग-अलग दिशाओं में रवाना किया जाता है । जिप्सी तीनों रुट से घुमाकर लगभग 12:30 बजे वापस अपनी जगह पर लाकर छोड़ देती है । हम लोगों ने 2 रूट का सफर तय कर लिया था । लेकिन Tiger महाराज के दर्शन दुर्लभ थे । गाइड को कहा कि पूरा जोर लगा आज का Tiger दिखा ही दो । गाईड उत्साहित होकर एक नए मार्ग पर हमको ले गया । बीच में नदी पड़ती थी नदी से ऊपर निकले । घने पेड़ो का जंगल और झाड़ियों का झुरमुट था , घांस अलग । अचानक से क्या हुआ की कुछ आहट हुई । गाइड के कान खड़े हो गए। उसने तुरंत जिप्सी चालक से कहा कि गाड़ी बंद कर दो ।
Middle of Pench में गाइड के चेहरे पर अजीब चमक थी । ऐसा लग रहा था कि वह आश्वस्त था कि Tiger दिख ही जाएगा । हम सब लोग दम साधे इंतजार कर रहे थे । अचानक वानर राज की चीख सुनाई दी । लंगूर एक झाड़ से दूसरे झाड़ , एक डाल से दूसरी डाल कूद कर महफूज जगह ढूंढने लगे । जंगल में अफरातफरी मच गई । उधर हिरण अपने हिसाब से आवाज लगाकर अपने साथियों को चेता रहा था । चिड़िया भी शोर मचाने लगीं। गाइड बोला Tiger का Movement है । कुछ इस तरह का मंजर था जो वनराज के आगमन या उसकी उपस्थिति की सूचना दे रहा था। हू बहू डिस्कवरी पर देखे गए एक दृश्य का हमारे सामने मंचन हो रहा था ।अचानक कुछ दूर झुरमुट में दो चमकती आंखें और गोल्डन कलर चेहरा आक्रमण की मुद्रा में दिखता है । हम सब लोग रोमांचित हो गए रोमांच का प्रदर्शन करना चाहते थे ,गाइड ने चुप रहने का इशारा किया । हमे लगा आज सजीव शिकार देखने को मिल सकता है ।
अचानक जोर से पत्तो की सरसराहट हुई और झुरमुट से निकल कर तूफानी गति से Tiger हिरन के पीछे भागता दिखा । पल भर में वनराज लुप्त हो गए । कुछ ही पलों में हिरण की चीख सुनाई दी ।थोड़ी देर में सब शांत । वह दृश्य आज भी आंखों में कैद है और रोमांच पैदा करता है .हम Tiger को शिकार करते निकट से तो नहीं देख पाए लेकिन शिकार के पूर्व किस तरह की जंगल में हलचल होती है उसको हम लोगों ने प्रत्यक्ष महसूस किया । जो Tiger को निकट से देखने से कंही ज्यादा महत्व का था । हम लोग वापस आकर पर्यटन विकास निगम के रुखड़ होटल में आकर रुक गए ।
जो लोग Pench अभ्यारण में आना-जाना करते रहते हैं या सिवनी से नागपुर के हाईवे से गुजरते हैं उनके लिए पर्यटन विकास निगम का 5 कमरों वाला रुखड़ होटल और रेस्टोरेंटअति प्रिय है । हम लोग भी वहां पर लगभग 2 दिन रूके । घने जंगलों के बीच बसाया होटल अलौकिक अनुभव प्रदान करता है ।जैसे जैसे रात ढलने लगी एक अजीब सी विरह वेदना की आवाज सुनाई देती कुछ देर आती फिर बन्द जाती हो जाती ।पूछने पर पता लगा यह हिरन की मेटिंग कॉल है ।