Tosh हिमाचल प्रदेश में बस एक छोटा सा अनडिस्कवर्ड गांव है
Tosh ट्रैकिंग और प्रकृति के नजदीक रहने वाले लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है .यहां पर दूर -दूर बने छोटे-छोटे घर हैं .पहाडी स्थापत्य में बने हुए घरों के ऊपर बर्फबारी से बचने के लिए टोपी की तरह छत बनी हुई है .जिस पर बर्फ नहीं टिकती है.हर तरफ खूबसूरती बिखरी पड़ी है .घुमंतू संस्कृति का प्रतिनिधित्व करने वाला Tosh आपका स्वागत बाहें खोलकर करता है.
यहाँ जाकर प्रकृति से नजदीकी का अनुभव करेंगे ही एक अनोखी ठंड आपका स्पर्श करेगी . किसी चाय की टापरी में कड़क चाय पियेंगे यहां मिलने वाली मैगी का स्वाद चखेंगे तो निश्चित मानिए आप अपने आप को एक अलग ही दुनिया में पाएंगे.
Tosh तेजी से हिमाचल प्रदेश में घुमक्कड़ी की नई जगह बनता जा रहा है. यहां की लंबी सर्पिल कच्ची सड़के ,गड्ढे में भरे पानी में जमी बर्फ , चांदी की तरह नजर आने वाली पहाड़ों की चोटियां .बीच-बीच में उगे हुए देवदार और पाईन के वृक्ष कांटे की तरह नजर आते हैं .
गांव की ऊंचाई ज्यादा है इसलिए यहां पर मोटर बाइक से भी जाना थोड़ा कठिन होता है. पैदल ही चलकर एक दूसरे स्थान पर जाया जा सकता है जो की काफी नजदीक है .यहां के हरे-भरे घास के मैदान व चरवाहे बहुत ही सुंदर नजर आते हैं.
Tosh क्या देखें
Tosh के नजदीकी स्थान में खीर गंगा ,कसोल ,मणिकरण ,मलाणा आदि स्थानों पर भोले बाबा की कृपा बरसती है .उनके भक्त यहां से खाली हाथ नहीं लौटते है.ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए तो Tosh मानो स्वर्ग के समान है .
यहां पर स्थित जमदग्नि ऋषि का मंदिर जनवरी और फरवरी महीने में ही खुलता है .गांव के बीचों बीच स्थित इस मंदिर के उपर की ओर देखो तो ऐसा लगता है कि हिमालय ऊपर से तक रहा है . आवाज लगाई जाए तो उसकी ईको सुनाई देती है . Tosh जाये तो इस मंदिर में घूमने का अवसर नहीं छोड़ना चाहिए.
कब जाए
तोष समुद्र तल से 7900 फीट ऊपर है .यहां पर ठंड चरम सीमा पर होती है. अप्रैल से अक्टूबर का समय सबसे अच्छा घूमने के लिए होता है .दिल में उमंग हो और ठंड से मोहब्बत हो तो पूरा साल ही जाया जा सकता है.
कहां ठहरे
यह स्थान जैसे-जैसे पर्यटकों में अपना स्थान बनाता जा रहा है यहां पर गेस्ट हाउस और होटल भी बन रहे हैं. हालांकि पहले से बुकिंग करके ही जाना चाहिए .या कुछ होम स्टे मिल जायेंगे .
क्या खायें
भारतीय और विदेशी खाने यहां मिल जाते हैं .कई सारे कैफे हैं जहां पिज्जा और सैंडविच भी मिलता है .लेकिन फिर भी कुछ सीमाएं हैं
कैसे पहुंचे
सड़क मार्ग से दिल्ली से आईएसबीटी कश्मीरी गेट से मनाली के लिए बस मिलती है .इस बस से भुंतर उतरना होगा. भुंतर से वर्षिनी के लिए हिमाचल रोडवेज की बस मिलेगी .
वर्षिनी से तोष का 5 किलोमीटर का छोटा सा ट्रैक है जिसके लिए टैक्सी मिल जाती है .रेल मार्ग से जोगिंदर नगर और चंडीगढ़ पहुंचा जा सकता है हवाई मार्ग में सबसे नजदीकी हवाई अड्डा चंडीगढ़ है .यहां से तोष के लिए टैक्सी आसानी से मिल जाती है.
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