jibhi
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Jibhi को  प्राकृतिक सुन्दरता के मामले में भारत का मिनी थाईलैंड कहा जाता है

Jibhi स्वर्ग के समान है और अभी भी इसकी खोज होना शेष है

यहां पर सुंदर दृश्य  है , चारों तरफ नदी व झरनों का नीला पानी और देवदार  के वृक्षों की जुगलबंदी देख आपका मन झूम उठेगा.हिमाचल प्रदेश का छोटा सा गांव जिभी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है .यह पारंपरिक लकड़ी की वास्तुकला के लिए जाना जाता है .

यह यहां आने वालों  के लिए इस क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की झलक भी प्रदान करता है .बंजार घाटी में बसा Jibhi अभी भी पर्यटकों की भीड़ से अनजान है .यह हिमाचल में सबसे अच्छे और सबसे लोकप्रिय हनीमून  डेस्टिनेशन के रूप में प्रसिद्ध हो चुका है .

यहां की घाटियों में अद्भुत पहाड़ी के दृश्य गर्मियों और सर्दियों दोनों में ही देखने लायक होते हैं .ठंड के दिनों में बंजार और तीर्थन घाटी में स्थित Jibhi  अद्भुत नजारों और बर्फबारी का अनुभव करने के लिए भी एक उपयुक्त जगह है .इस जगह से तीर्थन नदी बहती है .लगभग 6000 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह स्थान गर्मियों को दौरान सुखद रहता है.

 Jibhi  में देखने लायक स्थान

सेरोसर झील -यह ट्रैकिंग पसंद करने वाले लोगों के लिए अच्छा स्थान है इस झील का क्रिस्टल क्लियर पानी काफी पवित्र माना जाता है .जालोरी  दर्रा – 10800 फीट की ऊंचाई पर स्थित है .इस दर्रे से हिमालय की चोटियां ,हरी भरी घाटिया और घुमावदार नदियों के मनोरम दृश्य दिखाई देते हैं .यह कई ट्रैकिंग ट्रेल्स का प्रवेश द्वार भी है .

ऐतिहासिक किले चीनी कोठी की यात्रा अवश्य करें. यह वास्तु शिल्प चमत्कार पूरी तरह से पत्थर और लकड़ी से बना है .  यहाँ  श्रृंगार ऋषि का मंदिर भी है यहां अध्यात्मिक  चिंतन के लिए एक शांतिपूर्ण वातावरण मिलता है .वाटरफॉल व  आसपास के गांव भी घूमने लायक है .स्थानीय जीवन शैली का अनुभव करने व  पारंपरिक आर्किटेक्चर को देखने के लिए शोजा और घीया गाँव  केआसपास जाया  जा सकता है .

यह गांव अपने अनोखे घरों, सीढ़ीदार  खेती व भारतीय अतिथि परंपरा के साथ हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र की एक सुंदर तस्वीर प्रस्तुत करते हैं . Jibhi  कुल मिलाकर प्राकृतिक सौंदर्य ,नदी झरने और पहाड़ का सुंदर रूप देखने को मिलता है. यहां जाएंगे तो फिर इसकी यादें कभी भुला नहीं पाएंगे .

Jibhi कैसे पहुंचे

Jibhi जाने के लिए हिमाचल प्रदेश के मंडी पहुंचना होगा .मंडी  का निकटतम  रेलवे  स्चंटेशन चडीगढ़ है , चंडीगढ़  दिल्ली  से रेल मार्ग से जुड़ा है .जिभी  चंडीगढ़ से लगभग 300   किलोमीटर दूर है .मंडी से लगभग 60 किलोमीटर दूर है बोट , इस मार्ग पर व्यास नदी के किनारे- किनारे ड्राइव करना होता है . खूबसूरत नजारे दिखाई देते हैं . बोट से भी  जिभी 40 किलोमीटर दूर है .चंडीगढ़ मंडी से टैक्सी करके ही जाया जा सकता है.

कहां रुके ,क्या खाएं

Jibhi  में  कई कैफे और रेस्टोरेंट है जहाँ  स्थानीय स्वादिष्ट व्यंजन उपलब्ध  होते हैं .यहां जा रहे हैं तो हिमाचली व्यंजन अवश्य ट्राई करना चाहिए .कई स्थानों पर रिवरसाइड रिट्रीट कैफे आदि मिल जाएंगे. जिभी में रुकने के लिए कई होमस्टे और होटल मिल जाएंगे .ऑनलाइन बुक करके ही जाना चाहिए .जिभी के बारे में कहा जाता है कि यह एक स्वर्ग के समान है और अभी भी इसकी खोज होना शेष है.

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