Araku Valley
Araku Vallley

कहां है Araku Valley जिसकी  काफी का जिक्र  हॉल ही मे पीएम ने मन की की  बात में किया  

Araku Valley  आंध्र प्रदेश का एक हिल स्टेशन है , Araku  के बारे में वह  सब  जो जानना  चाहेंगे

अराकू  विशाखापट्टनम से कोई 110 किलोमीटर दूरी पर है . कई यात्री जो विशाखापत्तनम जाते हैं अपनी यात्रा के दौरान Araku Valley  घूमने जरूर जाते हैं .यहां की काफी  मशहूर है और शहद उद्योग भी यहां का प्रसिद्ध है .  Araku Valley  में आदिवासी  रहते हैं ,जो काफी की खेती करते हैं . जिसका जिक्र हाल ही में  मन की बात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया.

Araku Valley कैसे जाएं

Araku Valley जाने के लिए विशाखापट्टनम जाना होता है .जिसे विजाग भी कहा जाता है . यंहा से सुबह-सुबह एक ट्रेन निकलती है. जिसका समय सुबह 6:50 बजे है और यह ट्रेन 120 किलोमीटर दूर Araku रेलवे स्टेशन पर पहुंचती है. इस ट्रेन की सवारी अत्यधिक आनंददाई होती है .आसपास बिखरी  प्रकृति की  छटा, टनल ,झरने ,वन आदि आपके मन को खुश कर देते हैं .यहां यदि आप बिना रिजर्वेशन के जा रहे हैं तो  विंडो सीट लेने के लिए कम से कम एक घंटा पहले पहुंचना होगा. साथ ही सड़क मार्ग से विशाखापट्टनम  से  अराकू आने जाने के लिए टैक्सियां उपलब्ध होती है .

Araku Valley में क्या देखें

Araku Valley की पहाड़ियों में हरियाली और मनमोहन सुंदरता है .बीच-बीच में झरनों और  नदियों से घिरा हुआ पहाड़ी क्षेत्र मानसून के दौरान खिल उठता है .यहां  सुबह-सुबह कोहरा तो इतना प्यारा होता है कि इसे अक्सर आंध्र प्रदेश का ऊटी कहा जाता है.यह पूर्वी घाट की एक घाटी  है जहां जनजातियां निवास करती है .

Araku Valley में  देखने के लिए कई स्थान है . इनमें  ट्राइबल म्यूजियम, बोरा गुफाएं , कतीका  झरना ,अनंतागिरी काफी  गार्डन , गलिया कोंडा पॉइंट शामिल है . बोरा  गुफाओं का  आंध्र प्रदेश पर्यटन विकास निगम द्वारा आधुनिकीकरण किया गया है ,यहां प्रवेश शुल्क लगता है . Araku Valley में काफी के बागान है और मयूर रिजॉर्ट के बाहर पास ही काफी संग्रहालय स्थित है.

क्या खाएं

यहां  मांसाहारी भोजन में बांस में पका  चिकन यहां की खासियत है .साथ ही यहां पर पंजाबी ,उत्तर भारतीय, चीनी ,कॉन्टिनेंटल और दक्षिण भारतीय व्यंजन भी खूब मिलते हैं.

Araku Valley की  काफी जरूर पीये .  कॉफी  Araku Valley  में ही उत्पन्न होती है.  क्षेत्र में काफी के बागान है जिनकी खेती आदिवासी लोग करते हैं . Araku  में बस स्टेशन के पास काफी  शॉप है .यहां  काफी का स्वाद लिया जा सकता है.

कहां रुके

Araku Valley  में कई रिसोर्ट है .आंध्र प्रदेश पर्यटन निगम के भी  होटल और रिसॉर्ट हैं .साथ ही अन्य होटल भी  उपलब्ध है .जाने के पहले  ऑनलाइन बुकिंग पोर्टल से रिजर्वेशन करा कर जाना चाहिए

विस्टाडोम कोच में यात्रा करिए

विशाखापट्टनम से सुबह 6:50 पर  Araku  जंक्शन के लिए ट्रेन रवाना होती है .यह लोकल ट्रेन है किंतु रेलवे ने इसके अंदर  विस्टाडोम कोच लगाए हैं जिससे कि आप मार्ग के सीनिक व्यू को देख सके .ट्रेन अपनी पूरी यात्रा में कोई 58 टनल और 84  ब्रिज को पार करती है . यह  कोच अत्यधिक कंफर्टेबल होते हैं  व 360 डिग्री पर घूमने योग्य है . इस कोच  के लिए तीन महीने पहले बुकिंग करवाएंगे तभी सीट मिलेगी .

कब जाएं

अधिकतर पर्यटक दिसंबर से फरवरी तक की सर्दी पसंद करते हैं . जाड़ों में यहां पर शून्य  से नीचे तापमान हो जाता है और यह जगह  अत्यधिक खूबसूरत लगती है. मानसून में सैर सपाटे के लिए भी है बहुत बढ़िया विकल्प है .

Araku Valley ;  एक दिन की  अविस्मरणीय यात्रा 

विशाखापट्टनम जाने का अवसर अचानक मिल गया .यूनिवर्सिटी में एडमिशन के सिलसिले में काउंसलिंग की तिथि आई और तुरंत में रिजर्वेशन करा कर भोपाल से समता एक्सप्रेस से रवाना हो गये . लगभग 24 घंटे के सफर के बाद विशाखापट्टनम पहुंचे . विशाखापट्टनम में  एडमिशन की प्रक्रिया में शामिल होने के बाद हमारे पास एक दिन का समय और था .वहां जानकारी ली तो पता लगा कि यहां विशाखापट्टनम से Araku Valley  के बीच एक लोकल ट्रेन चलती है और इसमें प्रकृति के सुंदर नजारे देखने को मिलते हैं.  हम सारी जानकारी लेकर सुबह 6:50 पर स्टेशन पहुंच गए .

लोकल ट्रेन थी बीच के सभी स्टेशनों पर उसे रुकना था . यह ट्रेन विशाखापट्टनम से किरंदुल तक जाती है . हमें मात्र 120 किलोमीटर की यात्रा करके वहां पहुंचना था . 6:50 पर ट्रेन राइट टाइम पर छूटी. ट्रेन जैसे-जैसे मार्ग में आगे बढ़ने लगी हरियाली का खजाना हमारे सामने खुलने लगा .मानसून का वक्त था चारों तरफ लकदक  हरियाली थी .ट्रेन जैसे ही बोरा  स्टेशन पर रुकी काफी यात्री उतरकर केव्स  देखने के लिए चले गए .

हम ट्रेन में ही बैठे रहे आगे की यात्रा शुरू की .असली खजाना बोरा  स्टेशन के आगे खुलने वाला था . इसी मार्ग पर ब्रॉड गेज का सबसे  सबसे ऊंचाई का स्टेशन भी पड़ता है .एक के बाद एक टनल , हरियाली, पहाड़, झरने देखकर मन मुग्ध  हो गया. Araku Valley अपने कॉफी के बागानों के लिए प्रसिद्ध है .

Araku Valley में  विभिन्न टूरिस्ट पॉइंट देखें और काफी का मजा लिया . शाम  वाली ट्रेन से वापस विशाखापट्टनम आ गए . यह  शॉर्ट टूर था और मन में यह भाव लेकर आए की प्रकृति ने हम पर कितना खजाना लुटाया है और किन कठिनाइयों में इस तरह की रेलवे लाइन  जो आज हमें इतना सुकून देती है बनी होगी .बनाने वाले श्रमिकों का कितना परिश्रम लगा होगा तब इतनी मशीन भी नहीं हुआ करती थी .

यही सोचकर  रेल मार्ग को बनाने वाले  अज्ञात व्यक्तियों  के प्रति मन श्रद्धा से भर उठा  . Araku Valley  को एक्सप्लोरर करना एक दिन का काम नहीं है .हम तो केवल मार्ग की सुंदरता ही देखकर लौट आये  यह सोचकर कि फिर कभी आएंगे . लेकिन हजार  किलोमीटर की यात्रा  बिना संयोग के यूं ही थोड़ी होती है.

Article by@Harishankar Sharma

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