Maravanthe Beach पर मानसून में बुलेट से जा कर भीगीये, अप्रतिम सुन्दरता को निहारें
Karnatak के कुंडापुर से NH 38 लेकर अपनी यात्रा प्रारंभ करते हैं .इस फोरलेन पर मात्र 241 किलोमीटर की यात्रा जो कि कुंडपुर से कारवर के बीच की है .आपको अलग ही दुनिया में ले जाएगी 17 किलोमीटर बाद Maravanthe Beach व Trashi बीच आएंगे जो फोर लेन से सटे हुए हैं .
इसके बाद हानोवर की दूरी 79 किलोमीटर है. हानोवर से गोकर्ण 88 किलोमीटर है और गोकर्ण से कारवार की दूरी 57 किलोमीटर है. कुल 241 किलोमीटर की दूरी तय करते हैं तो कोस्टल एरिया की अप्रतिम सुन्दरता को निहार सकते हैं . टूर का प्लान कुछ इस तरह से बना सकते हैं कि बीच में एक नाइट गोकर्ण या हानोवर में रुक सके .
How to reach
Karwar एवं Kundapur NH38 पर स्तिथ है. यात्रा कुण्डपुर से या कारवार दोनों जगह से की जा सकती है. Madgaon to Karwar 66 km है . हवाई मार्ग से गोवा और मेंगलोर जाया जा सकता है. Karwar , Kundpur और उडीपी Mumbai- pune और Panvel -Madgaon Goa Konkan rail Route से जुडा है. Nijamuddin delhi से चलने वाली Mangala express karwar व kundapur दोनों जगह रूकती है .
When to go
मानसून से लेकर जनवरी तक
Where to stay
कारवार, गोकरना और होनावर में कई बजट होटल्स है.
What to eat
सी फ़ूड कारवार में, दक्षिण भारतीय खाना हर जगह मिलेगा. कई रेस्तरा में नार्थ इंडियन फ़ूड भी मिल जायेगा.
NH38 के 241 km के Coastal Route कुण्डपुर से कारवार के बीचमें पड़ने वाले Tourist point
Kundapur
कुंडपुर कोस्टल टाउन है .यह उडीपी जिले का एक गांव है .यहां पर भी बीच व श्री कुंडेश्वर मंदिर आदि स्थान है . यहां रुकने के लिए होटल मिल जाती है.
Maravanthe beach
Maravanthe एक सुंदर समुद्रतटीय गाँव है, जिसके तट पर मीलों तक फैली सफेद रेत है, जिसके कारण इस समुद्रतट को वर्जिन बीच भी कहा जाता है. सौपर्णिका नदी समुद्र से सटकर चलती है.नदी व समुद्र के बीच में NH38 फोर लेन निकला है. समुद्र के बराबर बहती नदी इस सड़क की खूबसूरती में चार चांद लगाती है.
ऐसा दुर्लभ संगम शायद कहीं मिले. भारत में यह पहला ऐसा रास्ता है जिसके एक ओर नदी बहती है और दूसरी ओर समुद्र की लहरें मचलती ,उछलती दिखाई पड़ती है.पास के गंगोली बंदरगाह पर पर्यटक ,मछुआरों के साथ उनकी मछली पकड़ने की यात्राओं में शामिल हो सकते हैं।
Honnavar
कोस्टल क्षेत्र का एक सुंदर शहर है .यहां पर कासरगोड बीच, longest railway bridge of india शरावती रेलवे ब्रिज ,मैंग्रोव , अप्सरा कोंडा वॉटरफॉल्स ,शरावती हैंगिंग ब्रिज , देवरामोटे आयलैंड और बेक वॉटर नौकयान एवं कई दर्शनीय स्थान है. इस स्थान को बाली के विकल्प के रूप में देखा जाता है .
Gokarna
कर्नाटक राज्य के उत्तर कन्नड़ जिले में स्थित मंदिरो का शहर है, इसकी जनसंख्या लगभग 20 हजार है। माना जाता है कि यहां पर शिव जी का जन्म गाय के कान से हुआ इसलिए इसे गोकर्ण कहा जाता है .यहां पर दर्शनीय स्थान में ओम बीच ,शिव महाबलेश्वर टेंपल , हाफ मून बीच शामिल है .शांति की तलाश में आने वालों के लिए वह गोकर्ण जन्नत की तरह है.
Karwar
कारवार शहर कर्नाटक का जिला मुख्यालय है और काली नदी के तट पर बसा हुआ है. काली नदी यही पास में अरब सागर जा कर मिलती है .नदी के पार सदाशिव दुर्ग है. कारवार का सी फूड बहुत ही प्रसिद्ध है. यहां रुक कर रविंद्र नाथ टैगोर बीच, कारबार बीच, आई एन एस चपल वार म्यूजियम और काली रिवर गार्डन देखा जा सकता है .
असली मजा तो भीगी सड़क पर बुलेट या प्राइवेट कार से यात्रा करने का है
कर्नाटक के Kundapur से 4 lane से Karwar , NH 38 की यात्रा
NH38आधुनिक सड़कों में सबसे खूबसूरत मार्ग है .पहाड़ जंगल समुद्र सब है इस मार्ग में. kundpur to karwar मार्ग की लम्बाई 241 km है.कोई 4 km तक तो इस मार्ग से समुद्र छूकर चलता है. Maravanthe Beach से सटकर निकले इस मार्ग के एक तरफ Maravanthe Beach है तो दूसरी तरफ सुपर्नीका नदी बहती है जो आगे कुछ किलोमीटर बहकऱ अरब सागर में गिरती है.
क्या ही नजारा बनता है. रिमझिम बारिश हो रही हो Maravanthe Beach पर समुद्र मचल कर जैसे नदी से मिलने का प्रयास कर रहा हो. आप अपने प्रिय के साथ कार या बुलेट की सवारी करते भीग रहे हों .या फिर Maravthane beach पर जाकर टूटकर हो रही बारिश में भीगने काआनंद ले रहे हो. कल्पना करिये भीगे बदन से आगे जाकर किसी ढाबे पर गर्मागर्म चाय की चुस्की ले रहे हो.इस रास्ते की खूबसूरती को और Maravanthe Beach एक्सप्लॉर करना हो तो मानसून में कार या बुलेट ले कर अपने साथी के साथ निकल पड़ो सुहाने सफ़र पर. Maravanthe Beachकेआगे गोवा के बिचेस कहीं पीछे छूट जायेंगे. इस यात्रा और मानसून को समर्पित कुछ लाइन –
नया सा प्रेम हुआ है
बारिश में पहली बार
कोई भीग गया है ।
किसी ने नजदीक से ली गई
सांसो का हिसाब नही रखा है ।
लगता है आग लगी है
नजदीक से धुंआ उठा है ।
कि कोई बहक गया है
करीब से संदल महक गया है
भीगते तनों से रिसता पानी
पहली बार इतना मीठा लगा है ।
पलकों पर अटका वो
बारिश का मोती
बरसों से आंखों में रमा है ।
-wrriten byHari shankar sharma ,21jun2024